तीसरे दिन भी जारी रहा चयनित अभ्यर्थियों का आन्दोलन
वन आरक्षी प्रतिक्षा सूची में चयनित बेरोज युवाओं द्वारा वन विभाग का घेराव किया गया. चयनित अभ्यर्थियों द्वारा वन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न होने के और 4 महीने बीत जाने के बावजूद इन बेरोजगार युवाओं को नियुक्ति नहीं मिल पाई हैं। बीते बुधवार से बेरोजगार युवाओं ने ने वन मुख्यालय के मुख्य गेट पर नारेबाजी, ज़न गीत से अपने अनिश्चितकालीन आन्दोलन की शुरुआत की। युवाओं मुख माँग है कि जब तक वन विभाग सभी वन-आरक्षियों को नियुक्ति नहीं दे देता तब तक यह आन्दोलन ऐसे ही चलता रहेगा। आन्दोलन के पहले दिन मुख्य वन संरक्षक मानव विकास संसा एवं कार्मिक प्रबन्धक मीनाक्षी जोशी स्वंय युवाओं के बीच पहुंची, लेकिन उनके आश्वासन के बाद भी युवाओं ने आन्दोलन जारी रखा। फलस्वरूप मीनाक्षी जोशी को खाली हाथ लौटाना पड़ा। युवाओं का आरोप है कि उनके आंदोलन का आज तीसरा दिन है पर वन विभाग का कोई भी अधिकारी छात्रों की मांगों को सुनने बाहर नहीं आ रहे अधिकारियों के इस रवैया से छात्रों में अत्यधिक आक्रोश हैं …. युवाओं का आरोप है कि बन विभाग युवाओं को गुमराह करने का काम कर रहा है। पूर्व में पदभार सम्भाले निशांत बर्मा के आश्वासन पर युवाओं ने ड्रेस भी सिलेवा दी रहे है। अब सभी युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे है। युवाओं का आरोप है कि वन विभाग नियुक्ति को लेकर कोई जवाब ही नहीं दे रहे है और उन्होंने विभाग पर भावनाओं से खिलवाड़ करने, भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। सभी चयनित छात्रों ने विभाग पर मानसिक व सामाजिक व आर्थिक रूप से उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। युवाओं का कहना है कि जब तक उनको नियुक्ति नहीं मिल जाती, उनका आन्दोलन जारी रहेगा। वह अब आंदोलन को उग्र किया जायेगा।