रायवाला क्षेत्र में हुई वाहन चोरी की अलग-अलग घटनाओं का दून पुलिस ने किया खुलासा
01: दिनांक: 21-10-24 को वादी श्री राकेश कुमार पुत्र श्री कृष्ण चन्द्र निवासी: गायत्री तपोवन के पीछे मोतीचूर हरिपुर कला द्वारा थाना रायवाला पर एक प्रार्थना पत्र अपने घर के पास से अज्ञात चोर द्वारा उनकी स्कूटी संख्या: डी0एल0-06-एसएयू-2564 को चोरी करने के सम्बन्ध में दिया गया। जिस पर थाना रायावाला में मु0अ0सं0-205/2024 धारा-303 (2) भा0न्या0सं0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
02- वादी श्री आकाश बत्रा पुत्र श्री राजकुमार बत्रा निवासी: गायत्री तपोवन के पीछे मोतीचूर हरिपुर कला द्वारा थाना रायवाला पर एक प्रार्थना पत्र अपने घर के पास से अज्ञात चोर द्वारा उनकी स्प्लेंडर मोटर साइकिल संख्या: एचआर-06-एएक्स-1543 को चोरी करने के सम्बन्ध में दिया गया। जिस पर थाना रायावाला में मु0अ0सं0-209/2024 धारा-303 (2) भा0न्या0सं0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया।
वाहन चोरी की घटनाओं के अनावरण हेतु एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर प्रभारी निरीक्षक रायवाला द्वारा थाना स्तर पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटना स्थलों के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन कर घटना में शामिल संदिग्ध अभियुक्तों के हुलिये की जानकारी प्राप्त की गयी तथा संदिग्ध हुलिये से मुखबिर तंत्र को अवगत कराते हुए संदिग्ध अभियुक्तों की तलाश शुरू की गई। दिनाँक 03-11-24 को पुलिस टीम द्वारा चैकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर सप्तऋषि तिराहे गॉडविन होटल के पास से घटना में शामिल 02 अभियुक्तों को चोरी की स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा अपना नाम दीपक पंत तथा पीयुष शर्मा बताया गया तथा देहरादून व हरिद्वार से अन्य वाहनो को भी चोरी किये जाने की जानकारी दी गई। पुलिस टीम द्वारा अभिुयक्तों की निशानदेही पर उनके द्वारा अलग-अलग स्थानों से चुराये गये 03 अन्य दोपहिया वाहनों को बरामद किया गया।
गिरफ्तार दोनो अभियुक्त नशे के आदी हैं तथा अपने नशे की पूर्ति के लिये उनके द्वारा वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। अभियुक्त चोरी किये गये वाहनों को अन्य राज्यों में ले जाकर बेचने की फिराक में थे, पर इससे पूर्व ही दून पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में अभियुक्त पीयुष शर्मा के पूर्व में भी वाहन चोरी के अभियोग में जनपद हरिद्वार से जेल जाने की जाकनारी प्राप्त हुई है। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।